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अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल-मेजर और DSP शहीद

जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में देश को बड़ा नुकसान हुआ है। इस मुठभेड़ में कर्नल, मेजर और DSP सहित तीन अधिकारी शहीद हो गए हैं। अधिकारियों की पहचान मेजर आशीष धोनैक और कर्नल मनप्रीत सिंह, डीएसपी हुमायूं भट के रूप में की गई। कर्नल मनप्रीत सिंह 19 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनाते थे और वह कमांडिंग ऑफिसर थे। 2020 के बाद से जम्मू और कश्मीर में ये पहली घटना है जिसमें अधिकारियों की जान गई है।

बता दें कि अनंतनाग जिले के कोकेरनाग क्षेत्र में मुठभेड़ हुई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गाडोले इलाके में छिपे आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ बुधवार सुबह शुरू हुई, उन्होंने बताया कि आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच शुरुआती गोलीबारी में कर्नल और पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, शाम तक जारी मुठभेड़ में तीन अधिकारी शहीद हो गए हैं।

केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘भारतीय सेना के सेना मेडल से सम्मानित कर्नल मनप्रीत सिंह कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए। इस दुखद खबर से देश स्तब्ध है। शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह की शहादत को नमन करते हुए ईश्वर से उनके परिजनों को इस कठिन समय में सम्बल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।’

इससे पहले कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने एक पोस्ट में कहा कि अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई है। सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी घायल हो गए हैं। सेना के मुताबिक, आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी के आधार पर 12-13 सितंबर की मध्यरात्रि को सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया।

इससे पहले राजौरी के दूरदराज नारला क्षेत्र में मंगलवार दोपहर को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जो आज भी जारी रही। मुठभेड़ में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान और खोजी कुत्ता शहीद हो गया। इसके अलावा पुलिस के तीन अधिकारी भी घायल हुए। बता दें कि सुरक्षाबलों ने आतंकियो को चुन-चुन कर मारने के लिए सुरक्षा को बढ़ा दिया है और उनकी तलाशी के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था।

भारतीय सेना की तरफ से अब तक 45 दिन में 20 आतंकियों को राजौरी, पुंछ इलाके में ढेर किया गया है। ज्यादातर आतंकी पाकिस्तानी मूल के थे। इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया। राजौरी में जो आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई उसमें भारतीय सेना की एक साइलेंट वारियर केंट भी शहीद हो गई। केंट ने अब तक सेना के 8 ऑपरेशन में हिस्सा लिया था।

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