Basti News:चीनी मिल का कबाड़ बेचने के नाम पर पौने तीन करोड़ की धोखाधड़ी – Sell Sugar Mill Scrap

बंद पड़ी चीनी मिल के स्क्रैप और मशीनों के बेचने का हुआ था अनुबंध
अनुबंध कराने वाली राजस्थान की कंपनी ने दर्ज कराया एफआईआर
संवाद न्यूज एजेंसी
बस्ती। फर्जी ओएमयू दिखाकर वाल्टरगंज चीनी मिल का स्क्रैप बेचने के नाम पर पौने तीन करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इसमें पैकोलिया थाना क्षेत्र के पेड़रिया की जी मल्टी ट्रेडिंग एंड सर्विसेज का भी नाम शामिल बताया जा रहा है, जिसके खाते में 1.26 करोड़ रुपये भेजने की बात बताई जा रही है। स्क्रैप खरीदने वाली राजस्थान के भीलवाड़ा की कंपनी के प्रोपराइटर अजय कुमार मालू ने वाल्टरगंज थाने में तहरीर देकर केस दर्ज कराया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
प्रोपराइटर के मुताबिक उन्हें मुंबई के मध्यस्थ के जरिये पता चला था कि बस्ती के वाल्टरगंज की चीनी मिल बंद हो चुकी है और उसका स्क्रैप बिक रहा है। पता चला कि जी मल्टी ट्रेडिंग एंड सर्विसेज के प्रोपराइटर कमरुद्दीन के नाम ओएमयू साइन हुआ है। तहरीर के मुताबिक कमरुद्दीन ने लखनऊ के मुंशी पुलिया के पास रजिस्टर्ड कार्यालय खोल रखा है और उसका एक नया कार्यालय हजरतगंज में भी है। जहां पर आरोपी ने मिल की तरफ से किया गया ओएमयू दिखाया और भरोसा दिलाया कि चीनी मिल का स्क्रैप व मशीनरी वह बेचने के लिए अधिकृत है।
इसके लिए उसने बाकायदा अनुबंध भी कराया। इसके बाद 27 फरवरी से लेकर विभिन्न तिथियों में अग्रिम भुगतान के रूप में जी मल्टी ट्रेडिंग कंपनी सर्विसेज के खाते में 1.26 करोड़ रुपये भुगतान कर दिया। इसी तरह एक और एग्रीमेंट हुआ, जिसमें कंपनी के खाते में 1.52 करोड़ रुपये एडवांस दिए गए। अजय कुमार मालू के मुताबिक कुल 2.78 करोड़ रुपये एडवांस देने के बाद स्क्रैप उठाने के लिए एनओसी मांगने पर आरोपी आनाकानी करने लगा। उल्टे आरोप लगाने लगा कि गलत तरीके से मिल खरीद लिया गया। आरोप है कि रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी देने लगा। एसओ ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।